पत्नी वशीकरण यंत्रः
यदि आपके दामपत्य जीवन में समस्या है और कारण आपकी पत्नी है तो आप इस यंत्र का प्रयोग कर सकते हैं। इस यंत्र का प्रयोग अगर आप श्रद्धा पूर्वक और विश्वास से करते हैं तो अवश्य ही आप अपने दामपत्य जीवन को बचा सकते है।
जिन लोगों के दामपत्य जीवन में बहुत परेशानी है और कहीं ना कहीं उनकी पत्नी ही इसका कारण है। अगर पत्नी का स्वभाव खराब है, पत्नी बहुत झगड़ालू है और वह आपके माता पिता का सम्मान नही करती है तो आपको इसका प्रयोग करना चाहिए।
ध्यान रहे कि इस यंत्र का प्रयोग आपको केवल अपनी पत्नी पर ही करना है क्योंकि अन्य स्त्री पर इसका कोई प्रभाव नही होगा।
पत्नी वशीकरण यंत्र का प्रयोग कब करना है?
चैत्र नवरात्रों की अष्टमी तिथि को रात 8 बजे या मध्य रात्रि को 11.30 बजे से 12.00 बजे के मध्य इसे करना है।
यंत्र को कैसे करना है?
सामग्रीः
अष्टगंध या लाल चंदन या पीला हल्दी, चमेली की लकड़ी, भोज पत्र(पतला वाला), एक आसन बैठने के लिए।
विधिः
इस प्रयोग को करने के लिए, स्नान करने के बाद, उत्तर दिशा की तरफ मुख करके बैठ जायें। इसके बाद एक कर्म साक्षी दीपक जला लें और दीपक को प्रणाम करें।
फिर भोज पत्र पर लाल चंदन की स्याही से चमेली की लेखनी से नीचे दिये गये यंत्र को भोज पत्र पर बनाना है। इस यंत्र को बनाने का विशेष क्रम है।
आपको इसे इसी क्रम में बनाना है। यंत्र में आपको दिये गये हिन्दी के अंको को दायीं से बायीं ओर लिखना है मतलब आठ, फिर चार, फिर शून्य और फिर ग्यारह। इसी प्रकार अगली पंक्ति में दायीं से बायीं ओर अंक लिखने है।
यंत्रः
11 | 0 | 4 | 8 |
7 | 3 | 15 | 14 |
27 | 12 | 19 | 1 |
4 | 6 | 13 | 6 |
यंत्र बनाने के बाद नीचे दिये गये मंत्र का तीन माला जप करना है मतलब ( 108 गुणा 3)
मंत्रः ‘ओम् नमः कामख्या देवि “अमुकी” मे वशंकरी स्वाहा’
मंत्र में जहां अमुकी लिखा है वहां आपको अपनी पत्नी का नाम लेना है। मंत्र का तीन माला जाप करके यंत्र राज को प्रणाम करिये और धूप, दीप जलाकर, यंत्र को चंदन का तिलक लगाकर, थोड़ा पूजन कर प्रार्थना कर लें।
इसके बाद यंत्र को वहीं छोड़कर उठ जाइये। आसन के नीचे जल गिराकर मस्तक से लगा लें और अगले दिन राम नवमी को उस यंत्र को चांदी के ताबीच में भरकर गले में धारण कर लें।
मां भगवती की कृपा से आपका टूटता हुआ दामपत्य बच जायेगा। आपको ध्यान रखना है कि यह प्रयोग आपको श्रद्धा और विश्वास से ही करना है तभी इसका आपको लाभ मिलेगा।