गोवा का इतिहास | गोवा में कहां घूमें? | गोवा कैसे पहुचें? | Best places in Goa | How to reach Goa | History of Goa

गोवा का इतिहास | History of Goa

गोवा का इतिहास समृद्ध और विविध है, जिसमें सदियों से विभिन्न संस्कृतियों और सभ्यताओं का प्रभाव रहा है। यहां गोवा के इतिहास का संक्षिप्त विवरण दिया गया है:

प्राचीन काल:

गोवा का प्रारंभिक इतिहास मौर्य और सातवाहन साम्राज्यों से जुड़ा हुआ है, जो तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व का है।

यह क्षेत्र चालुक्य साम्राज्य और बाद में राष्ट्रकूट साम्राज्य का हिस्सा बन गया।

10वीं शताब्दी में गोवा पर शासन करने वाले कदंब राजवंश ने इसकी सांस्कृतिक और स्थापत्य विरासत को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

मध्यकाल:

14वीं शताब्दी में दिल्ली सल्तनत ने गोवा पर कब्ज़ा कर लिया, जिससे इस्लामी शासन की शुरुआत हुई।

16वीं शताब्दी की शुरुआत में, पुर्तगाली खोजकर्ता वास्को डी गामा गोवा पहुंचे और भारत के लिए एक समुद्री मार्ग स्थापित किया।

अल्फोंसो डी अल्बुकर्क के नेतृत्व में पुर्तगालियों ने 1510 में गोवा पर कब्ज़ा कर लिया, जिससे पुर्तगाली शासन की शुरुआत हुई।

अगली कुछ शताब्दियों में, गोवा एशिया में पुर्तगाली आधिपत्य का मुख्यालय बन गया, जिसमें भारत, अफ्रीका और सुदूर पूर्व के क्षेत्र भी शामिल थे।

गोवा की संस्कृति पर पुर्तगाली प्रभाव वास्तुकला, भोजन और धर्म में स्पष्ट है।

औपनिवेशिक युग

पुर्तगालियों ने गोवा में ईसाई धर्म की शुरुआत की और बेसिलिका ऑफ बॉम जीसस और से कैथेड्रल सहित कई चर्च और कैथेड्रल बनाए।

1560 में स्थापित इंक्विज़िशन ने स्थानीय आबादी को ईसाई धर्म में परिवर्तित करने और अन्य धर्मों को दबाने की कोशिश की।

मसाला व्यापार फला-फूला, जिससे गोवा एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र बन गया।

19 वीं सदी:

19वीं शताब्दी की शुरुआत में, नेपोलियन युद्धों के दौरान गोवा पर अंग्रेजों का कब्ज़ा हो गया था, लेकिन बाद में राजनयिक बातचीत के माध्यम से इसे पुर्तगाल को वापस कर दिया गया।

19वीं सदी में शिक्षा के प्रसार और राष्ट्रवादी आंदोलनों के उद्भव के साथ गोवा में सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तन देखे गए।

स्वतंत्रता के बाद:

1947 में भारत को स्वतंत्रता मिलने के बाद, भारत सरकार ने गोवा को भारतीय संघ में शामिल करने की मांग की।

1961 में, भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन विजय चलाया, जिसके परिणामस्वरूप गोवा, दमन और दीव को भारत गणराज्य में मिला लिया गया।

बाद में गोवा केंद्र शासित प्रदेश बन गया और दमन और दीव अलग हो गए।

30 मई 1987 को, गोवा को भारतीय संघ के भीतर एक पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया।

आज, गोवा अपने खूबसूरत समुद्र तटों, जीवंत संस्कृति और ऐतिहासिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। भारतीय और पुर्तगाली प्रभावों के मिश्रण ने गोवा को एक विशिष्ट पहचान दी है, जो दुनिया भर से पर्यटकों को आकर्षित करता है। राज्य इतिहास, संस्कृति और प्राकृतिक सुंदरता का एक आकर्षक मिश्रण बना हुआ है।

गोवा में स्थित पर्यटक स्थल | Best places in Goa to Visit

भारत के पश्चिमी तट पर स्थित गोवा अपने खूबसूरत समुद्र तटों, जीवंत नाइटलाइफ़ और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। यहां गोवा में घूमने के लिए कुछ बेहतरीन जगहें दी गई हैं:

समुद्रतट:

बागा बीच: अपनी जीवंत नाइटलाइफ़, जल क्रीड़ाओं और समुद्र तट झोपड़ियों के लिए प्रसिद्ध है।

कैलंगुट बीच: उत्तरी गोवा का सबसे बड़ा समुद्र तट, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और जल गतिविधियों के लिए जाना जाता है।

अंजुना बीच: अपने पिस्सू बाजार, समुद्र तट पार्टियों और प्रतिष्ठित अंजुना, पिस्सू बाजार के लिए लोकप्रिय। पिस्सू बाजार एक ऐसा बाजार होता है जहां पुराना सामान बेचा जाता है।

पालोलेम बीच: सफेद रेत वाला एक शांत समुद्र तट, आरामदायक छुट्टी के लिए आदर्श है।

ऐतिहासिक स्थलों:

किला अगुआड़ा: अरब सागर और मांडोवी नदी के मुहाने के मनोरम दृश्यों वाला 17वीं सदी का किला।

बेसिलिका ऑफ बॉम जीसस: एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल, जो सेंट फ्रांसिस जेवियर के नश्वर अवशेषों को रखने के लिए प्रसिद्ध है।

से कैथेड्रल: एशिया के सबसे बड़े चर्चों में से एक, जो अपनी पुर्तगाली-गॉथिक वास्तुकला के लिए जाना जाता है।

वन्यजीव अभयारण्य:

भगवान महावीर वन्यजीव अभयारण्य: दूधसागर झरने सहित विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों और जीवों का घर।

बोंडला वन्यजीव अभयारण्य: प्रकृति प्रेमियों के लिए आदर्श, वन्यजीव सफारी, प्रकृति पथ और एक वनस्पति उद्यान प्रदान करता है।

झरने:

दूधसागर झरना: भगवान महावीर वन्यजीव अभयारण्य में स्थित एक राजसी चार-स्तरीय झरना, ट्रैकिंग या जीप सफारी द्वारा पहुंचा जा सकता है।

बाज़ार और खरीदारी:

मापुसा बाज़ार: अपने शुक्रवार के बाज़ार के लिए प्रसिद्ध है, जो मसालों, वस्त्रों और स्मृति चिन्हों सहित विभिन्न प्रकार के सामान पेश करता है।

अंजुना पिस्सू बाजार: एक जीवंत बाजार जिसमें कपड़े और सहायक उपकरण से लेकर हस्तशिल्प और आभूषण तक सब कुछ बिकता है।

डॉल्फिन परिभ्रमण:

डॉल्फ़िन स्पॉटिंग टूर: पानी में खेलती डॉल्फ़िन को देखने के लिए अरब सागर में नाव यात्रा करें।

मांडवी नदी पर परिभ्रमण:

मांडोवी नदी परिभ्रमण: मनोरंजन, संगीत और सुंदर सूर्यास्त दृश्यों के साथ मांडोवी नदी के किनारे एक आरामदायक क्रूज का आनंद लें।

मंदिर:

शांता दुर्गा मंदिर: देवी शांतादुर्गा को समर्पित, यह मंदिर एक वास्तुशिल्प चमत्कार है।

मंगुएशी मंदिर: एक लोकप्रिय हिंदू मंदिर जो अपने शांत वातावरण और रंगीन त्योहारों के लिए जाना जाता है।

आर्ट गेलेरी:

केरकर कला परिसर: गोवा और भारतीय कला का पता लगाने के लिए एक जगह, जो समकालीन और पारंपरिक टुकड़ों को प्रदर्शित करती है।

रात्रिजीवन:

टिटो और मम्बो: बागा में प्रतिष्ठित नाइट क्लब अपने जीवंत माहौल और देर रात की पार्टियों के लिए जाने जाते हैं।

ये गोवा के कई आकर्षणों में से कुछ हैं। चाहे आप समुद्र तट पर विश्राम चाह रहे हों, ऐतिहासिक स्थलों की खोज कर रहे हों, या जीवंत रात्रिजीवन का आनंद ले रहे हों, गोवा में हर यात्री के लिए कुछ न कुछ है।

गोवा कैसे पहुचें? | How to reach Goa

गोवा तक पहुंच आपके शुरुआती स्थान पर निर्भर करती है, और भारत के पश्चिमी तट पर इस लोकप्रिय गंतव्य तक पहुंचने के लिए परिवहन के कई साधन हैं। गोवा पहुंचने के कुछ सामान्य रास्ते यहां दिए गए हैं:

हवाईजहाज से:

डाबोलिम हवाई अड्डा (भारत सरकार): डाबोलिम हवाई अड्डा गोवा का एकमात्र हवाई अड्डा है और यह भारत के प्रमुख शहरों और कुछ अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यह राजधानी पणजी से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मुंबई, दिल्ली, बैंगलोर और कोलकाता जैसे प्रमुख शहरों से नियमित उड़ानें संचालित होती हैं।

ट्रेन से:

गोवा रेलवे स्टेशन: गोवा में दो प्रमुख रेलवे स्टेशन हैं – मडगांव (MAO) और थिविम (THVM)। मडगांव भारत भर के विभिन्न शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, जबकि थिविम भी एक सुविधाजनक विकल्प है, खासकर देश के उत्तरी हिस्से से आने वाले यात्रियों के लिए।

ट्रेन सेवाएँ: ऐसी कई ट्रेनें हैं जो प्रमुख शहरों को गोवा से जोड़ती हैं, जिनमें कोंकण रेलवे भी शामिल है, जो समुद्र तट के साथ एक सुंदर यात्रा प्रदान करती है।

सड़क द्वारा:

बस सेवा: गोवा में एक अच्छी तरह से स्थापित सड़क नेटवर्क है, और आप विभिन्न शहरों से बस द्वारा राज्य तक पहुँच सकते हैं। सरकारी और निजी दोनों ऑपरेटर गोवा के लिए बस सेवाएँ चलाते हैं। अंतरराज्यीय बसें मुंबई, पुणे, बैंगलोर और हैदराबाद जैसे प्रमुख शहरों को गोवा से जोड़ती हैं।

सेल्फ-ड्राइव या टैक्सी: यदि आप परिवहन का अधिक निजी और लचीला तरीका पसंद करते हैं, तो आप गोवा तक ड्राइव कर सकते हैं या टैक्सी किराए पर ले सकते हैं। सड़कें अच्छी तरह से बनी हुई हैं, और यात्रा काफी सुंदर हो सकती है।

समुद्र से:

क्रूज़ सेवाएँ: हालाँकि अधिकांश आगंतुकों के लिए यह परिवहन का सामान्य साधन नहीं है, फिर भी उन लोगों के लिए क्रूज़ सेवाएँ उपलब्ध हैं जो गोवा की समुद्री यात्रा का अनुभव लेना चाहते हैं। क्रूज़ सेवाएँ मुंबई से गोवा तक संचालित होती हैं, जो एक अद्वितीय यात्रा अनुभव प्रदान करती हैं।

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