AIDS फुल फॉर्म | HIV फुल फॉर्म | HIV Symptoms | AIDS Symptoms | HIV AIDS in Hindi

HIV फुल फॉर्मः एचआईवी का मतलब है हयूमन इम्यनोडिफिशिएंसी वायरस (Human Immunodeficiency Virus)

 एचआईवी क्या है? | What is HIV? | HIV meaning

एचआईवी एक वायरस है जो आगे चलकर एड्स का कारण बनता है। हमारे शरीर की एक प्रतिरक्षा प्रणाली होती है जिसे हम इम्यून सिस्टम कहते हैं।

इस प्रतिरक्षा प्रणाली में श्वेत रक्त कोशिकाएं होती हैं जो एक गश्ती सेना के रूप में काम करती हैं और बाहर से आने वाले किसी भी वायरस और बैक्टीरिया से लड़ती हैं।

ये कोशिकाएं हमारे शरीर को बीमारियों से लड़ने की क्षमता प्रदान करके इनसे बचाती हैं।

AIDS फुल फॉर्म

जब कोई भी व्यक्ति एचआईवी वायरस से संक्रमित होता है तो यह वायरस शरीर में उपस्थित श्वेत रक्त कोशिकाएं जिन्हे सी डी 4 सेल्स भी कहा जाता है, को कमजोर कर देता है जिससे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है।

 AIDS  फुल फॉर्मः AIDS का फुल फॉर्म है- Acquired Immunodeficiency Syndrome.

 एड्स क्या है? | What is AIDS | AIDS meaning

एड्स एचआईवी नामक वायरस से होता है। जब कोई व्यक्त HIV वायरस से संक्रमित होता है तो लगभग 12 सप्ताह के बाद खून की जाँच से HIV संक्रमण के बारे में पता चलता है।

अगर जाँच रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो वह व्यक्ति HIV पॉजिटिव कहलाता है। ऐसा भी हो सकता है कि HIV प़ॉजिटिव व्यक्ति में शुरूआत के लगभग 7 से 11 वर्षों तक कोई भी लक्षण ना आये।

ऐसा  व्यक्ति सामान्य जीवन व्यतीत करता है पर दूसरों को बीमारी फैलाने में सक्षम होता है।

HIV पॉजिटिव व्यक्ति अगर शुरूआत में ही अपना उपचार कराना शुरू नही करता है तो यह विषाणु मुख्यतः शरीर को बाहरी रोगों  से सुरक्षा प्रदान करने वाले टी-4 सेल्स और मष्तिष्क की कोशिकाओं को धीरे धीरे नष्ट करता रहता है

कुछ वर्षों बाद (7 से 11 वर्ष) शरीर की प्रतिरोधक क्षमता इतनी कमज़ोर हो जाती है कि शरीर छोट-छोटे रोगों से भी अपनी रक्षा नही कर पाता और व्यक्ति अनेक तरह के संक्रमण से ग्रसित हो जाता है जिससे उसे बहुत सारी बीमारियां लग जाती है। इस अवस्था को ही एड्स कहते हैं।

 एड्स/एच.आई.वी कैसे होता है? | AIDS is caused by

  •  किसी भी एच.आई.वी संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन (Vaginal Sex, Anal Sex, Oral Sex) सम्बंध बनाने से।
  • एच.आई.वी संक्रमित व्यक्ति द्वारा प्रयोग की गयी सीरिंज व सुईं का प्रयोग करने से।
  • एच.आई.वी संक्रमित मां द्वारा जन्मे शिशु से ( अगर गर्भकाल के समय इलाज ना कराया जाये)
  • एच.आई.वी संक्रमित अंग प्रत्योरोपण से

 एड्स/एच.आई.वी से कैसे बचें?

  • अपने जीवन साथी के साथ वफादार रहें।
  • किसी भी प्रकार के सेक्स के समय कण्डोम का प्रयोग करें।
  • प्रयोग की गयी सीरिंज और सुईं का प्रयोग ना करें।
  • रक्त की आवश्यकता होने पर जांच के उपरांत ही रक्त ग्रहण करें।
 एचआईवी के लक्षण | HIV Symptoms

 एचआईवी के प्रारंभिक लक्षण, एचआईवी संक्रमित के सम्पर्क में आने के दो से चार सप्ताह के बीच ही दिखायी दे सकते हैं। ये लक्षण हो सकते हैं।

  • ग्रंथियों में सूजन
  • बुखार
  • गले में खराश
  • रात में अधिक पसीना आना
  • मांसपेशियों में दर्द
  • सिर दर्द
  • अत्यधिक थकानॉ
  • चकत्ते

 शुरूआत में ये लक्षण एक साधारण फ्लू जैसे लगते हैं और उपचार करने के बाद व्यक्ति सही हो जाता है। एचआईवी संक्रमित व्यक्ति इसके बाद किसी भी लक्षण के बिना वर्षों तक जीवित सकता है।

 एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति में 7 से 11 साल बाद विभिन्न बीमारियों से ग्रसित हो जाता है। जिनमें ये लक्षण प्रमुख रूप से दिखाई पड़ते है।

AIDS Symptoms
  • गले या बगल में सूजन भरी गिल्टियों को होना
  • लगातार कई हफ्ते तक अतिसार रहना
  • लगातार कई हफ्ते बुखार रहना।
  • लगाता खांसी रहना।
  • बिना किसी कारण के वजन घटना।
  • मुंह में घाव व छाले हो जाना।
  • त्वचा पर दर्द भरे और खुजली वाले चकत्ते हो जाना।
 एचआईवी कैसे नही फैलता?

 शरीर के तरल पदार्थों के सम्पर्क में आने से एचआईवी नहीं फैलताः

  • पसीना
  • आँसू
  • लार
  • थूक
  • मल, पेशाव

किसी भी व्यक्ति को छूने से, गले लगने से, चूमने से या एचआईवी व्यक्ति द्वारा उपयोग किये गए शौचालय का उपयोग करने से एचआईवी नही फैलता।

 हेल्थ वेनिफिट्स ऑफ वाकिंग के बारे में जानने के लिए पढ़े

https://www.who.int/news-room/fact-sheets/detail/hiv-aids

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