आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI)
कुछ सालों पहले, फिल्मों में दिखाया जाता था कि कैसे मशीनें इंसानों की तरह सोचती हैं और अपने आप फैसले लेती थी। कुछ समय पहले तो यह एक सपने जैसा ही था।
परन्तु जैसे जैसे विज्ञान और टेक्नोलॉजी ने विकास किया है अव यह सपना सपना नही रह गया है। धीरे धीरे ये मशीने हमारे जीवन में शामिल होने लगीं है और आने वाले दिनों में इन मशीनों के बिना जीवन की कल्पना और मुश्किल हो जायेगी।
इस आर्टिकल में हम कृत्रिम वुद्धिमत्ता मतलब आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस(AI) के बारे में समझने की कोशिश करेगें और जानेगें की कैसे ये हमारे वर्तमान और भविष्य को प्रभावित करेगी। साथ ही हम ये भी जानेगें कि इसके जरिये हम क्या क्या कर सकते हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) क्या है? | What is AI
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस(AI) का मतलब है कृत्रिम तरीके से विकसित की गयी बौद्धिक क्षमता।
मौजूदा दौर में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल मानव निर्मित उन वस्तुओं के लिए किया जाता है जिनमें खुद सोचने समझने की क्षमता है यानि वो मशीन जो इंसान की तरह ना केवल सोच और समझ सके बल्कि हालात के हिसाव से स्वय फैसला भी ले सकती है।
यह कहा जा रहा है कि भविष्य में ये मशीने हर वो काम करेगीं जो इंसान करता है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) का सफर 1950 में शुरू हुआ और इन सात दशकों में आज काफी आगे पहुच गाय है।
हमारे टीवी, वांशिग मशीन, फ्रिज और एसी फीड किये गये प्रोग्राम के हिसाब से फैसले लेते हैं। आप फेसबुक इस्तेमाल करते हैं तो आपको सजेस्टड फ्रेन्डस की सूची हमेशा मिलती है सवाल यह है कि वो कौन है जो आपको नये दोस्तो के बारे में सुझाव दे रहा है।
आप इंटरनेट पर काम कर रहे हैं और आपको अपने पसंद के जूते व कपड़ो के ऑफर मिलने लगते हैं। अब सवाल यह है कि वो कौन है जो आपकी पसंद और नापसंद की पूरी जानकारी रखता है।
आप अपने फोन पर गूगल और एलेक्सा से बात करते है और उनसे अपने प्रश्न पूछते हैं। सबाल यह है कि एक फोन आपके सबालों का जबाव कैसे दे रहा है ये सब आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का ही हिस्सा है।
अगर आप सोचते है दोस्तो से चैट करते समय या कोई वीडियो देखते समय या गूगल पर कुछ सर्च करते हुए आप अकेले हैं तो आप बिल्कुल गलत हैं।
वास्तव में इंटरनेट की इस आभासी दुनिया में आपके साथ लोखों एल्गोरिदम और लाखों कोड्स मौजूद रहते हैं। ये आपको सुनते है, आपको समझते है और आपसे बात भी करते हैं। ये कोड्स और एल्गो की दुनिया ही आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की दुनिया है।
जैसे एक इंसान अपनी पांट इन्द्रियों के द्वारा कोई भी जानकारी लेता है जो दिमाग में जाता है और हमारा दिमाग उस सूचना के आधार पर कोई एक्शन निर्धारित करता है।
इस प्रकार आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) भी अलग अलग सेंसर से डाटा प्राप्त करता है और फिर मशीन निर्धारित करेगी कि क्या एक्शन लेना है।
कुछ लोग रोवोट तकनीक को ही आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस समझ लेते है पर ये पूरी तरह सच नही है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस वास्तव में कम्पूटर सांइस का सबसे उन्नत रूप है जिसमें रोवोट नही बल्कि एक ऐसा दिमाग बनाया जाता है जिसके द्वारा कम्पूयटर सोच सके।
मतलब कम्पयूटर का दिमाग जो इंसानी दिमाग की तरह काम कर सके। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का सीधा मतलब है एक मशीन में सोचने समझने की शक्ति का विकास करना।
फिलहाल ये क्षमता इंसानो और दूसरे जीवित पशु और पक्षियों में है। इन क्षमताओं मे आते है देखने की क्षमता, सुनने की क्षमता, और निर्णय लेने की क्षमता।
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के जरिये आपका कम्पयूटर आपके आदेशों को सुन सकता है, आपकी आवाज को पहचान सकता है या एक इंसान और जानबर के बीच के अंतर को समझ सकता है।
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) कैसे काम करती है?| How does AI works
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस(AI) के लिए जो तकनीक इस्तेमाल होती है वो है मशीन लर्निंग।
मशीन लर्निंग यानि मशीन और कम्पयूटर को सिखाने की तकनीक। जैसे जब एक बच्चा पैदा होता है तो उसे बोलना, चलना सिखाया जाता है इसी तरह एक कम्पयूटर को आर्टिफिशियली इंटेलीजेंट बनाने के लिए उसे सब कुछ सिखाया जाता है मशीन लर्निंग के जरिये।
मशीन लर्निंग में ईमेज प्रोसेसिंग, सिम्वोलिक लर्निंग, कम्पयूटर विजन, और रोवोटिक्स जैसी कई चीजों का इस्तेमाल होता है।
मशीन लर्निंग के जरिये प्रोग्राम हजारों एक्जामल का खुद अध्धयन करके एक एल्गो बनाता है और जरूरी नतीजा मिलने के बाद और स्मार्ट होता जाता है।
इस तरह आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस(AI) के साथ इंसान आज एक नयी दुनिया में कदम रख चुका है। फिलहास आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पूरी तरह से इंसानो पर टिकी हुई है। मतलब जितना ज्ञान इंसान मशीन को देगा वह उतना ही काम कर पायेगी।
इसका अगला चरण और अच्छा होगा जिसमें मशीन एक बार प्रोग्राम होने के बाद अपने आप खुद के लिए नियम, कायदे और सोच शुरू करना शुरू कर देगी।
आम तौर पर हमारे दैनिक जीवन और उद्योगों के विभिन्न पहलुओं में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) की बढ़ती उपस्थिति और एकीकरण को संदर्भित करता है। एआई तेजी से आगे बढ़ रहा है और कई अनुप्रयोगों और प्रौद्योगिकियों में अधिक प्रचलित हो रहा है। यहां कुछ तरीके दिए गए हैं जिनसे AI तेजी से सर्वव्यापी होता जा रहा है:
स्मार्ट डिवाइस: एआई को स्मार्टफोन, होम असिस्टेंट जैसे अमेज़ॅन एलेक्सा और गूगल असिस्टेंट और अन्य स्मार्ट डिवाइस में एकीकृत किया गया है ताकि उनकी कार्यक्षमता बढ़ाई जा सके और उपयोगकर्ताओं को व्यक्तिगत अनुभव प्रदान किया जा सके।
स्वास्थ्य देखभाल: एआई का उपयोग चिकित्सा निदान, दवा खोज और स्वास्थ्य निगरानी, रोगी देखभाल और उपचार परिणामों में सुधार में किया जाता है।
स्वायत्त वाहन: एआई स्व-चालित कारों और अन्य स्वायत्त वाहनों के विकास में एक प्रमुख घटक है, जो परिवहन में क्रांति लाने की क्षमता रखता है।
वित्त: एआई का उपयोग वित्तीय उद्योग में धोखाधड़ी का पता लगाने, एल्गोरिथम ट्रेडिंग और जोखिम मूल्यांकन सहित अन्य अनुप्रयोगों के लिए किया जाता है।
ग्राहक सेवा: एआई-संचालित चैटबॉट और वर्चुअल असिस्टेंट का उपयोग वेबसाइटों और ऐप्स पर ग्राहक सहायता और इंटरैक्शन के लिए किया जाता है।
विनिर्माण और उद्योग: एआई का उपयोग विनिर्माण और औद्योगिक सेटिंग्स में प्रक्रिया अनुकूलन, गुणवत्ता नियंत्रण और पूर्वानुमानित रखरखाव के लिए किया जाता है।
शिक्षा: एआई सीखने के अनुभवों को वैयक्तिकृत कर सकता है, शैक्षिक सामग्री के लिए सिफारिशें प्रदान कर सकता है और शिक्षकों और छात्रों के लिए उपकरण प्रदान कर सकता है।
खुदरा: एआई का उपयोग इन्वेंट्री प्रबंधन, वैयक्तिकृत अनुशंसाओं और खरीदारी के अनुभव को बढ़ाने के लिए किया जाता है।
सामग्री निर्माण: एआई पाठ, चित्र और वीडियो उत्पन्न कर सकता है, जिससे सामग्री निर्माण और विपणन अधिक कुशल हो जाता है।
साइबर सुरक्षा: एआई विसंगति का पता लगाने और पैटर्न पहचान के माध्यम से साइबर खतरों का पता लगाने और उन्हें रोकने में मदद करता है।
पर्यावरण निगरानी: जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय मुद्दों को प्रबंधित करने और कम करने में मदद के लिए एआई पर्यावरणीय डेटा के बड़े सेट का विश्लेषण कर सकता है।
अनुसंधान और विकास: एआई डेटा विश्लेषण को स्वचालित करके और खोजों में तेजी लाकर विभिन्न क्षेत्रों में शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों की सहायता करता है।
हर जगह एआई की मौजूदगी अवसर और चुनौतियां दोनों बढ़ाती है। हालांकि यह दक्षता, उत्पादकता और सुविधा में सुधार कर सकता है, लेकिन यह गोपनीयता, पूर्वाग्रह, नैतिकता और नौकरी बाजार पर प्रभाव के बारे में चिंताएं भी लाता है। जैसे-जैसे एआई आगे बढ़ रहा है, यह कई उद्योगों और हमारे दैनिक जीवन के भविष्य को आकार देने में तेजी से महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।