ऑक्सीमीटर क्या है | Pulse Oximeter
पल्स ऑक्सीमीटर एक डिजिटल उपकरण है जो एक क्लिप के समान होता है। पल्स ऑक्सीमीटर की सहायता से आप अपने खून में स्थित ऑक्सीजन के स्तर को तथा हार्ट रेट को नाप सकते हैं। ऑक्सीमीटर द्वारा किया गया परीक्षण दर्द रहित होता है। आपको अपने ऑक्सीजन का स्तर नापने के लिए अपने हाथ की उंगली को ऑक्सीमीटर के बीच में रखना होता है। इसके बाद आपको ऑक्सीमीटर की स्कीन पर दो रीडिंग दिखाई देती है जिनमें एक % SpO2 और दूसरी PR bpm होती है। SpO2 हमारे शरीर में ऑक्सीजन के स्तर को बताती है और PR bpm हमारे हार्ट रेट के बारे में बताती है।
ऑक्सीमीटर कैसे काम करता है| Pulse Oximeter how it works
ऑक्सीमीटर स्पेक्ट्रोफोटोमेट्री के सिद्धान्त पर कार्य करता है। आक्सीमीटर प्रकाश के विभिन्न अवशोषण और उत्सर्जन के सिद्धान्त पर कार्य करता है। ऑक्सीमीटर में एक इलैक्ट्रानिक प्रोसेसर, एक फोटो डायोड तथा दो एल.ई.डी डायोड का प्रयोग किया जाता है। साधारण भाषा में यह कहा जा सकता है कि एक ऑक्सीमीटर में एक तरफ एल.ई.डी डायोड होते हैं जो सामने की ओर प्रकाश फेंकते हैं और उंगली के पारदर्शी भाग से पार होता हुआ फोटोडायोड के पास पहुंचता है जो एल.ई.डी के सामने लगा होता है।
दो एल.ई.डी में से एक लाल एल.ई.डी होती है जो 660 नैनो मीटर तरंग दैर्ध्य का लाल प्रकाश उत्सर्जित करती है तथा दूसरी इन्फ्रारेड एल.ई.डी होती है जो 940 नैनो मीटर तरंग दैर्ध्य का अवरक्त प्रकाश उत्सर्जित करती है। जब उंगली के अगले हिस्से को ऑक्सीमीटर में लगाया जाता है तो उंगली में उपस्थित अधिक ऑक्सीजन वाले रक्त और कम ऑक्सीजन वाले रक्त के द्वारा दोनो तरंग दैर्ध्य वाले प्रकाश के अवशोषण में काफी भिन्नता होती है।
अधिक ऑक्सीजन युक्त रक्त अधिक अवरक्त प्रकाश को अवशोषत करता है और अधिक लाल प्रकाश को गुजरने देता है। इसके विपरीत कम ऑक्सीजन वाल रक्त अधिक लाल प्रकाश को अवशोषत करता है और अधिक अवरक्त प्रकाश को गुजरने देता है। इन प्रकाश की तीव्रता को दूसरी तरफ फोटो डायोड द्वारा नापा जाता है जो हमे स्क्रीन पर रीडिंग के रूप में दिखायी देता है।
पल्स ऑक्सीमीटर के प्रकाऱ | Pulse Oximeter types
पल्स ऑक्सीमीटर मुख्यतः चार प्रकार के होते हैं। ये सभी ऑक्सीमीटर एक ही सिद्धान्त व तकनीक पर कार्य करते हैं परन्तु इनका उपयोग आवश्यकता के अनुरूप अलग-अलग तरीके से किया जाता है।
- टेबल टॉप व बेडसाइड ऑक्सीमीटरः इस ऑक्सीमीटर का उपयोग अधिकतर अस्पतालों में किया जाता है। इस ऑक्सीमीटर के द्वारा लंबे समय तक ऑक्सीजन व हार्ट रेट मॉनिटर किया जाता है। इस ऑक्सीमीटर को मरीज के साइड में टेवल पर रख दिया जाता है। इस ऑक्सीमीटर में अलार्म सिस्टम होता है जो ऑक्सीजन के कम स्तर होने पर बजने लगता है।
- फिंगरटिप पल्स ऑक्सीमीटरः इस ऑक्सीमीटर का उपयोग मरीज की उंगली पर लगाकर किया जाता है। इस ऑक्सीमीटर का साइज छोटा होता है व अधिकतर घरों में यही ऑक्सीमीटर प्रयोग किया जाता है। इस ऑक्सीमीटर की सहायता से भी आप आसानी से ऑक्सीजन सैचुरेशन व हार्ट रेट नाप सकते हैं।
- पल्स ऑक्सीमीटर वॉचः यह ऑक्सीमीटर घड़ी के समान होता है जिसको आसानी से आप अपने हाथ में बांध सकते है। इस ऑक्सीमीटर की सहायता से आप लंबे समय तक व्यायाम करते समय व अपने ऑफिस टाइम में भी अपने ऑक्सीजन स्तर व हार्ट रेट को मॉनिटर कर सकते हैं। यह ऑक्सीमीटर आजकल सभी स्मार्ट वाच में प्रयोग किया जा रहा है।
- हैंड हेल्ड पल्स ऑक्सीमीटरः इस ऑक्सीमीटर का प्रयोग हाथों में पकड़ कर किया जाता है। इस ऑक्सीमीटर को आप अपने कलाई या उंगली में बांध सकते हैं। इस ऑक्सीमीटर का आकार लगभग मोबाइल के जैसा होता है।
पल्स ऑक्सीमीटर का प्रयोग कैसे करे | Pulse Oximeter how to use | Pulse Oximeter finger
आपको अपने शरीर में ऑक्सीजन का सही स्तर व हार्ट रेट को नापने के लिए अपने सीधे हाथ की मिडिल फिंगर को ऑक्सीमीटर के बीच में लगाना चाहिए। वैसे आप अपने हाथ की किसी भी उंगली का प्रयोग कर सकते हैं। उंगली को बीच में रखने के बाद आप अपने हाथ सीधा रख दें व हिलाये नहीं और लगभग 30 सेकेण्ड से 60 सेकेण्ड के बाच रीडिंग नोट कर लें।
पल्स ऑक्सीमीटर नॉर्मल रेंज | Pulse Oximeter normal range
एक स्वस्थ व्यक्ति में ऑक्सीजन का लेवल 94 से 100 के बीच रहता है। अगर किसी व्यक्ति का ऑक्सीजन लेवल 90 से 94 के बीच रहता है तो डॉक्टर के अनुसार ये चिंताजनक नही है और आप चिकित्सक के देखरेख में घर पर अपना ईलाज कर सकते हैं। परन्तु अगर आपका ऑक्सीजन लेवल 90 से नीचे जाता है तो यह गंभीर परिस्थिति होती है और आपको तुरंत अपने नजदीकी अस्पताल में सम्पर्क करना चाहिए।
कुछ लोगों में जिन्हे पूर्व में अस्थमा या हार्ट की किसी बीमीरी से ग्रसित है तो उनका ऑक्सीजन स्तर 95 से कम हो सकता है ऐसे में उन लोगों को अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।
पल्स ऑक्सीमीटर की कीमत | Pulse Oximeter Price
एक पल्स ऑक्सीमीटर की शुरूआती मूल्य 700 रूपये से शुरू हो सकती है। बाजार में एक अच्छी कम्पनी के ऑक्सीमीटर की कीमत 1500 रूपये से 4000 रूपये तक हो सकती है। Check here
पल्स ऑक्सीमीटर का प्रयोग करते समय सावधानियाँ | Pulse Oximeter Uses
- पल्स ऑक्सीमीटर का प्रयोग करते समय आपको अपना हाथ हिलाना नही चाहिए और शरीर को आराम अवस्था में रहना चाहिए। ऑक्सीमीटर के बीच में अपनी उंगली को सीधा रखें, उल्टा ना रखें।
- पल्स ऑक्सीमीटर का प्रयोग करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आपके हाथों की उंगलियों पर नेल पॉलिश ना लगी हो।
- किसी भी प्रकार का व्यायाम या कोई भारी कार्य करने के बाद पल्स ऑक्सीमीटर का प्रयोग ना करें क्योंकि इस अवस्था में आपका हार्ट रेट बढ़ सकता है और ऑक्सीजन लेवल में भी बदलाव आ सकता है।
- पल्स ऑक्सीमीटर से रीडिंग चेक सकते समय आपको पहली रीडिंग चेक करते समय कम से कम 30 सेकेण्ड का इंतजार करना चाहिए क्योंकि सही रीडिंग 30 सेकेण्ड के बाद ही आती है।
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